Magnitude Earthquake Jolts Delhi-NCR, Epicentre in Haryana

Magnitude Earthquake Jolts Delhi-NCR, Epicentre in Haryana


तीन किलोमीटर उत्तर‑पूर्व और दिल्ली से 51 किमी दूर: झज्जर में भूकंप का महत्त्वपूर्ण केंद्र
दिनांक व समय:
10 जुलाई 2025, सुबह 9:04 बजे (IST)
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार भूकंप की तीव्रता 4.4 दर्ज की गई और इसका केन्द्र झज्जर, हरियाणा के लगभग 3 किमी उत्तर‑पूर्व और दिल्ली से करीब 51 किमी पश्चिम में था 
गहराई:
लगभग 10 किमी
📍 भूकंप का भौगोलिक और तकनीकी विश्लेषण
संरचनात्मक संदर्भ
झज्जर क्षेत्र दिल्ली–हरिद्वार रिज नामक सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र में आता है, जो अक्सर तथाकथित "ज़ोन IV" (उच्च संवेदनशीलता) वाला क्षेत्र माना जाता है



इसी भूकंप‑जोखिम वाले पट्टे के कारण दिल्ली‑एनसीआर में हाल के महीनों में लगातार मध्यम तीव्रता के झटके दर्ज हुए हैं।
रिक्टर पैमाने पर संदेश
रिक्टर स्केल पर 4.4 की तीव्रता को "मध्यम" श्रेणी माना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह झटके मजबूत होते हैं, लेकिन आमतौर पर जानमाल के बड़े नुकसानों की संभावना कम होती है। हालांकि, इमारतों की संरचनात्मक मजबूती और गहराई (10 किमी) के कारण झटके स्थानीय रूप से तीव्र महसूस हो सकते हैं

दिल्ली‑एनसीआर एवं आसपास प्रभावित क्षेत्र
प्रभावित क्षेत्र
झज्जर (हरियाणा): केंद्र के नज़दीक होने के कारण सबसे स्पष्ट झटके अनुभव हुए।

दिल्ली: सभी ज़िले (विशेष तौर पर नवी, वेस्ट, और हाई‑राइज़ वाले इलाकों) में झटके महसूस किए गए
नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद: सभी स्थानों पर विशेष रूप से मध्य से उच्च‑मंजिलों वाले भवनों में तेज झटके दर्ज हुए ।

प्लेन पड़ोसी क्षेत्र: रोटक, हिसार, मेरठ जैसे स्थानों से भी लोग प्रभावित होने की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं
समय और अवधि
लगभग 9:04:50 बजे, झटके 5–10 सेकेंड तक केंद्रित और गहरा महसूस हुए। कई लोगों ने इसे "बहुत लंबे झटके" या "सबसे लंबे समय में अनुभव किए झटके" बताया 

🌐 तीन किलोमीटर उत्तर‑पूर्व और दिल्ली से 51 किमी दूर: झज्जर में भूकंप का महत्त्वपूर्ण केंद्र
दिनांक व समय:
10 जुलाई 2025, सुबह 9:04 बजे (IST)
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार भूकंप की तीव्रता 4.4 दर्ज की गई और इसका केन्द्र झज्जर, हरियाणा के लगभग 3 किमी उत्तर‑पूर्व और दिल्ली से करीब 51 किमी पश्चिम में था 


गहराई:
लगभग 10 किमी ।

📍 भूकंप का भौगोलिक और तकनीकी विश्लेषण
संरचनात्मक संदर्भ
झज्जर क्षेत्र दिल्ली–हरिद्वार रिज नामक सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र में आता है, जो अक्सर तथाकथित "ज़ोन IV" (उच्च संवेदनशीलता) वाला क्षेत्र माना जाता है ।

इसी भूकंप‑जोखिम वाले पट्टे के कारण दिल्ली‑एनसीआर में हाल के महीनों में लगातार मध्यम तीव्रता के झटके दर्ज हुए हैं।

रिक्टर पैमाने पर संदेश
रिक्टर स्केल पर 4.4 की तीव्रता को "मध्यम" श्रेणी माना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह झटके मजबूत होते हैं, लेकिन आमतौर पर जानमाल के बड़े नुकसानों की संभावना कम होती है। हालांकि, इमारतों की संरचनात्मक मजबूती और गहराई (10 किमी) के कारण झटके स्थानीय रूप से तीव्र महसूस हो सकते हैं 


🏙️ दिल्ली‑एनसीआर एवं आसपास प्रभावित क्षेत्र
प्रभावित क्षेत्र
झज्जर (हरियाणा): केंद्र के नज़दीक होने के कारण सबसे स्पष्ट झटके अनुभव हुए।

दिल्ली: सभी ज़िले (विशेष तौर पर नवी, वेस्ट, और हाई‑राइज़ वाले इलाकों) में झटके महसूस किए गए 


नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद: सभी स्थानों पर विशेष रूप से मध्य से उच्च‑मंजिलों वाले भवनों में तेज झटके दर्ज हुए ।

प्लेन पड़ोसी क्षेत्र: रोटक, हिसार, मेरठ जैसे स्थानों से भी लोग प्रभावित होने की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं 


समय और अवधि
लगभग 9:04:50 बजे, झटके 5–10 सेकेंड तक केंद्रित और गहरा महसूस हुए। कई लोगों ने इसे "बहुत लंबे झटके" या "सबसे लंबे समय में अनुभव किए झटके" बताया 


😱 नागरिक अनुभव और प्रतिक्रिया
दिल्ली और नॉएडा
एक दिल्ली निवासी ने बताया, "फैन हिल रहा था, चेयर हिल रही थी, मेट्रो रोकी गई" ।

नोएडा में कई लोग डर गए और घरों-ऑफिसों से बाहर निकल आए 

गुरुग्राम
ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि झटके के कारण "छत का पंखा हिलने लगा और तुरंत घर से बाहर निकल आया" ।

भारी बारिश के समय में हो रही इस घटना ने संकट को और चिंताजनक बना दिया ।

सोशल मीडिया प्रतिक्रियाएँ
नेटिज़न्स ने इसे "अब तक का सबसे लंबा भूकंप" बताया। एक ने लिखा:

My sofa just got shaken – twice!”

प्रभाव, नुकसान और बचाव कदम
प्रारंभिक स्थिति
फिलहाल कोई जायज़ मौत या गंभीर भौतिक क्षति की सूचना नहीं मिली ।

मेट्रो और रेलवे प्रणालियाँ अस्थायी तौर पर रोक दी गईं जैसी नियमित सुरक्षा प्रक्रियाएं अपनाई गईं ।

NDRF और NCS ने नागरिकों को सूचनात्मक "डॉस और डोंट्स" जारी किए ।

जारी सतर्कता
अधिकारियों ने आगे की संभावित “आफ्टरशोक” की तैयारी की।

NCS लगातार डेटा मॉनिटर कर रही है, वहीं NDRF ने स्थानीय टीमें सक्रिय की हैं ।

⚠️ विशेषज्ञों की राय और भविष्य के खतरों
पूर्व-घटना अध्ययन
दिल्ली‑एनसीआर ज़ोन IV के कारण यह क्षेत्र सहसा भूकंपीय खतरों से ग्रस्त रहता है ।
फरवरी महीने (17 फरवरी 2025) में दिल्ली‑एनसीआर में एक 4.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र ढौला कुआँ था

भविष्य का जोखिम
याद रखें: 4.4 की मध्यम तीव्रता को ध्यान में रखते हुए, मजबूत झटके कमजोर संरचनाओं के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।

अफ़्टरशॉक अपेक्षित रहे; घर से निकलें, ऊँचे स्थानों से दूरी बनाएं और एग्जिट मार्गों की जाँच करें।

नागरिक सुरक्षा– NDRF द्वारा जारी दिशानिर्देश
भूकंप आने से पहले
घर में भारी वस्तुएँ दीवारों से दूर रखें।

साफ़ रास्ते और मशालें सुरक्षित स्थान पर हों।

झटके के दौरान
निकालने के लिए दरवाज़े खुली अवस्था में रखें।

छत से दूर, खुले मैदान में जाएँ।

यदि बाहर नहीं जा सकते, तो टेबल या भारी लघु मुठ्ठी के नीचे छिपें।
झटके के बाद
गैस और बिजली की आपूर्ति तुरंत बंद करें।

संरचनाओं की दरारें देखें, यदि संभव हो, तो माप लें।

अफ़्टरशॉक महसूस होते ही जल्द बाहर निकलें।

समाजिक व प्रशासनिक प्रतिक्रिया
मीडिया कवरेज
प्रमुख समाचार चैनलों जैसे इंडिया TV, प्रिंट, ट्रिब्यून, फाइनेंशियल एक्सप्रेस ने इसे आज के प्रमुख शीर्षकों में शामिल किया 

सोशल मीडिया पर #Earthquake #DelhiShake #Jhajjar ट्रेंडिंग है, जहाँ नागरिक अपने अनुभव साझा कर रहे हैं।

प्रशासनिक आदेश
NCS तथा NDRF सक्रिय और सतर्क स्थिति में हैं।

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने सभी सरकारी और अर्ध‑सरकारी संस्थाओं को जागरूक रहने का निर्देश जारी किया है।

सुझाव: आप क्या कर सकते हैं?
आपातकालीन किट तैयार रखें – पानी, चप्पल, मोबाइल चार्जर, टॉर्च आदि।

भूकंप ड्रिल का अभ्यास करें, कार्यस्थल पर रिहर्सल!

घर और कार्यस्थल की संरचनात्मक जांच करवाएं, विशेषज्ञों की मदद से।

बच्चों व बुजुर्गों को शिक्षित करें कि झटके आने पर क्या करना चाहिए।

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