Health Issues Force Vice President Jagdeep Dhankhar to Resign
Health Issues Force Vice President Jagdeep Dhankhar to Resign
जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका कार्यकाल अगस्त 2027 तक रहने वाला था, लेकिन उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र देने का फैसला किया। आइए उनके इस्तीफे और उपलब्धियों पर एक नजर डालते हैं:
जगदीप धनखड़ की उपलब्धियां
लैंगिक समानता: राज्यसभा के सभापति रहते हुए उन्होंने नारी शक्ति वंदन विधेयक के दौरान महिलाओं को बराबर भागीदारी देने के लिए 17 महिला सदस्यों को उपसभापति पैनल में शामिल किया, जो संसद में लैंगिक समानता की दिशा में ऐतिहासिक कदम था।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की प्रभावशाली मौजूदगी: उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व ASEAN-India Commemorative Summit (2022), King Charles III के राजतिलक (2023), और ईरान में राष्ट्रपति ईब्राहीम रईसी की शोक सभा (2024) में किया।
समुद्री सुरक्षा और UNCLOS की मजबूती: उन्होंने MILAN 2024 और Indo-Pacific Dialogue जैसे मंचों पर भारत के Maritime Security और Rules-Based Global Order को जोरदार तरीके से रखा।
युवा, शिक्षा और इनोवेशन पर ज़ोर: उन्होंने उपराष्ट्रपति रहते हुए AI, Quantum Computing, Green Hydrogen, 6G जैसे Emerging Technologies को भविष्य की दिशा बताया और युवाओं को आत्म-केंद्रित सोच से ऊपर उठकर राष्ट्र निर्माण से जुड़ने का आह्वान किया।
डिजिटल और बैंकिंग समावेशन को बढ़ावा: उन्होंने 400 मिलियन से अधिक बैंक खाते खुलवाने और 100 मिलियन किसानों को Direct Benefit Transfer (DBT) से जोड़ने जैसी योजनाओं को सामाजिक समानता का मजबूत आधार बताया ¹।
इस्तीफे के बाद की प्रक्रिया
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद आगे क्या होने वाला है? आइए समझते हैं ²:
- *नए उपराष्ट्रपति का चुनाव*: उपराष्ट्रपति पद के लिए नए सिरे से चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।
- *चुनाव प्रक्रिया*: चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य भाग लेंगे, और जीतने वाले उम्मीदवार को दोनों सदनों में बहुमत की आवश्यकता होगी।
जगदीप धनखड़ का कार्यकाल
जगदीप धनखड़ ने अगस्त 2022 में हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में रिकॉर्ड वोट शेयर (74.37%) के साथ चुनाव जीता था। उनका कार्यकाल लगभग तीन साल का रहा, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं ¹।
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