Former Kerala Chief Minister VS Achuthanandan Dies
Former Kerala Chief Minister VS Achuthanandan Dies
वीएस अच्युतानंदन के निधन की खबर ने केरल और पूरे भारत में शोक की लहर दौड़ा दी है। वह 101 वर्ष के थे और उनका निधन 21 जुलाई 2025 को तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल में हुआ। आइए उनके जीवन और विरासत पर एक नजर डालते हैं:
जीवन और राजनीतिक करियर
वीएस अच्युतानंदन का जन्म 20 अक्टूबर 1923 को अलप्पुझा जिले के पुननप्रा में हुआ था। वह एक प्रमुख कम्युनिस्ट नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री थे। उन्होंने 2006 से 2011 तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण सुधारों को लागू किया।
महत्वपूर्ण उपलब्धियां
- भूमि सुधार और श्रमिक अधिकारों की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
- उन्होंने मुननार में अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई की और कोच्चि की एमजी रोड पर यातायात की भीड़ को कम करने के लिए एक विध्वंस अभियान चलाया।
- उन्होंने फिल्म पाइरेसी और लॉटरी माफिया के खिलाफ भी कार्रवाई की।
निधन और श्रद्धांजलि
वीएस अच्युतानंदन के निधन पर केरल सरकार ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। उनके पार्थिव शरीर को तिरुवनंतपुरम के डरबार हॉल में रखा गया, जहां लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और अन्य प्रमुख नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
विरासत
वीएस अच्युतानंदन की विरासत न केवल केरल में बल्कि पूरे भारत में वामपंथी आंदोलन के लिए प्रेरणा का स्रोत है। वह एक सच्चे कम्युनिस्ट नेता थे जिन्होंने अपने जीवन को जनता की सेवा में समर्पित कर दिया। उनके निधन से एक युग का अंत हो गया है, लेकिन उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी ¹ ².
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