शिक्षा की ओर बढ़ते कदम: तमिलनाडु सरकार की प्रमुख शैक्षिक पहलें"

शिक्षा की ओर बढ़ते कदम: तमिलनाडु सरकार की प्रमुख शैक्षिक पहलें"


भूमिका
तमिलनाडु में शिक्षा को सामाजिक-आर्थिक विकास का प्रमुख आधार माना गया है। राज्य सरकार (मुख्यमंत्री म. क. स्टालिन के नेतृत्व में) ने सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों की गुणवत्ता, बुनियादी ढांचे, पोषण तथा तकनीकी शिक्षा में सुधार लाने हेतु कई अभिनव योजनाएँ शुरू की हैं। इसका उद्देश्य गरीबी, लैंगिक असमानता व भौगोलिक दूरी जैसी बाधाओं को दूर कर "समान, सुलभ शिक्षा" सुनिश्चित करना है।
1. Mid‑Day Meal Scheme (मध्याह्न भोजन योजना)
भारत के अंतर्गत प्रारंभ की गई यह योजना तमिलनाडु में 1955 से लागू है, और इसे देश में सबसे पहले अपनाने वाले राज्यों में शामिल किया जाता है ।

इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना एवं स्कूल में उपस्थिति बढ़ाना है।

यह योजना प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों (क्लास I–VIII) तक विस्तारित है ।

प्रभाव:
भोजन मिलने से कमजोर परिवारों के बच्चे स्कूल आते हैं, पोषण स्तर सुधरता है और रजिस्ट्रेशन व एटेंडेंस में वृद्धि होती है।
Chief Minister’s Breakfast Scheme (मुख्यमंत्री नाश्ता योजना)
सितंबर 2022 में मुख्य मंत्री द्वारा शुरू की गई, प्राथमिक कक्षाओं (I–V) के लिए रोज़ाना पौष्टिक नाश्ते का लक्ष्य ।

शुरुआत लगभग 1.14 लाख बच्चों के लिए और विस्तार होते हुए अब 31,000 सरकारी स्कूलों तक पहुंच चुकी है

प्रति बच्चे ₹33.56 करोड़ का वार्षिक बजट निर्धारित ताकि एनिमिया व पोषण की कमी कम हो सके 
प्रभाव:
शुरुआती भोजन से स्कूल आने की प्रेरणा मिल रही है, पोषण स्तर बेहतर हुआ और सीखने की क्षमता में वृद्धि देखी जा रही है।

Free Textbooks, Uniforms, Notebooks, Footwear, Laptops
राज्य सरकार पाठ्यपुस्तक, यूनिफॉर्म, नोटबुक, फुटवियर तक बच्चों को निशुल्क प्रदान करती है ।

क्लास XII के छात्रों (सरकारी + सहायता प्राप्त) को लैपटॉप बांटने का भी निर्णय लिया गया था ।

इससे शिक्षा में बाधित होने वाली आर्थिक अड़चनों को कम करने का प्रयास हुआ।

Free Transport & Bicycles
ग्रामीण/दूर-दराज के इलाकों से आने वाले छात्रों के लिए मुफ्त बस पास व साइकल कार्यक्रम लागू हैं 
इससे छात्रों का स्कूल जाना सुरक्षित एवं सरल हुआ, उपस्थिति में सुधार हुआ, और हेल्थ व फिटनेस को बढ़ावा मिला।
Illam Thedi Kalvi & Ennum Ezhuthum (बेसिक पढ़ाई स्कीम)
Illam Thedi Kalvi (होम-टच एजुकेशन): कोविड लॉकडाउन से बने सीखने के अंतर को दूर करने हेतु घर-घर पहुँचा शिक्षा कार्यक्रम।

धार्मपुरी जिले में 1,05,748 विद्यार्थी व 7,256 महिला स्वयंसेविकाओं द्वारा लाभान्वित किए 
Ennum Ezhuthum: प्राथमिक वर्ग (1–3) तक संख्या व अक्षर-ज्ञान को 2025 तक सुनिश्चित करने हेतु 
प्रभाव:
बढ़ते बुनियादी साक्षरता व संख्याकल्प में सुधार, सीखने की कमी को कम करना, शिक्षा में लैंगिक व क्षेत्रीय विषमताओं को संतुलित करना।

Thiran Initiative (क्लास VI–VIII के लिए)
अप्रैल 2025 में शिक्षा मंत्री द्वारा ₹19 करोड़ की लागत से शुरू 

यह परियोजना कक्षा 6‑8 में पढ़ाई, लेखन, गणित (Tamil, English, Maths) में सुधार हेतु बनाई गई है।

राज्यभर के 13 लाख छात्रों के लिए लक्षित, ऑनलाइन टूल्स व रोज़ अभ्यास पर जोर दिया गया
प्रभाव:
मूलभूत क्षमता में सुधार, द्विभाषीय लेखन व वर्णन शक्ति में वृद्धि, डिजिटल हस्तक्षेप से शिक्षक-छात्र सहभागिता बढ़ी।
Smart Classroom & Hi‑Tech Lab Scheme
सभी प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट बोर्ड, मध्य विद्यालयों में हाई‑टेक लैबों का प्रावधान 
आदिवासी व आदिवासी-चालित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में भी स्मार्ट क्लास रूम स्थापित ।

प्रभाव:
डिजिटल पठन-पाठन से सीखना रोचक बना, शिक्षक नए शिक्षण पद्धति अपना सके और छात्रों की रुचि व तकनीकी ज्ञान बढ़ा।
Perasiriyar Anbazhagan School Improvement Scheme
सितम्बर 2022 में घोषित: 26,000 क्लासरूम बनाने का लक्ष्य; 5,351 क्लासरूम अभी तक निर्माणाधीन, ₹784 करोड़ आवंटित
प्रभाव:
पाठशाला का अधोसंरचना सुदृढ़ हुई, भीड़-भाड़ कम हुई, अधिक सीटें उपलब्ध हुई।
Pudhumai Penn (मोवालुर रा.अम्मैयार उच्च शिक्षा सहायता योजना)
सरकारी व सहायता प्राप्त विद्यालयों की क्लास V–XII की लड़कियों को मासिक ₹1,000 सहायता; उच्च शिक्षा (डिग्री / डिप्लोमा) तक दी जाती है ।

लगभग 6 लाख लड़कियों को प्रतिवर्ष लाभ; ₹698 करोड़ का वार्षिक बजट 
प्रभाव:
लड़कियों की dropout दर में कमी, उच्च शिक्षा में उनकी भागीदारी बढ़ी, बाल विवाह की आशंका कम हुई।
Thiranari Thervu Thittam (Anaivarukkum IIT‑M)
अप्रैल 2023 में शुरू: सरकारी स्कूलों के 1,000 विद्यार्थियों को IIT‑Madras में विशेष मार्गदर्शन व ₹1,000 प्रति माह स्टाइपेंड 
साथ ही विद्युत उपकरण किट वितरित, 252 शिक्षकों को प्रशिक्षित, 100 प्रयोग संभव 
प्रभाव:
उच्च शिक्षा की तैयारी, वैज्ञानिक मानसिकता को जन्म, ग्रामीण विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा की तैयारियाँ।

11. Naan Mudhalvan (मैं मुख्यमंत्री)
जून 2023 में शुरू: युवाओं को स्किल आधारित प्रशिक्षण, प्रतियोगी परीक्षाओं व औद्योगिक आवश्यकता अनुसार तैयार करना ।

चेन्नई, मदुरै, कोयम्बत्तूर में प्रशिक्षण केंद्र; लगभग 12.7 लाख छात्र और हजारों शिक्षक इसका हिस्सा ।

प्रभाव:
रोजगार योग्य कौशल में वृद्धि, प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर पर्लाभ, वृहद स्तर पर युवाओं को उच्च पहुँच प्रदान करना।
School Libraries & School‑Home Library Scheme
स्कूलों में पुस्तकालयों को सशक्त बनाना, स्कूल‑होम लायब्रेरी योजनाधाराएँ चलाना ।

चेन्नई कॉर्पोरेशन अंतर्गत 281 स्कूलों में अब तक ~25,580 छात्र पुस्तक घर ले जाने लगे

निष्कर्ष
तमिलनाडु की शिक्षा विभाग की योजनाएँ बहुआयामी, समावेशी और आधुनिक हैं। मध्याह्न-भोजन से पोषण, स्मार्ट कक्षाओं से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैपटॉप/शिक्षण किट से तकनीकी साक्षरता, तथा कौशल-प्रशिक्षण योजनाओं से रोजगार योग्यता प्रदान की जा रही है। लड़कियों के लिए वित्तीय सहायता, दूरस्थ क्षेत्र के बच्चों तक पहुँच, OSC पुनर्स्थापन, पुस्तकालयों का प्रचार—all मिलकर राज्य शिक्षा को समृद्ध एवं सर्वसुलभ बना रहे हैं।

चुनौतियाँ:
RTE निधि की देरी, निजी स्कूलों की प्राथमिकता, तमिल व अन्य विषयों का सिलेबस भार, और ग्रामीण-शहरी अंतर।

आगे का रास्ता:
नियमित मॉनिटरिंग, पाठ्यक्रम का संतुलन, अभिभावकों व शिक्षकों की भागीदारी, नवाचार, और साढ़े लक्ष्य हासिल करने के लिए निरंतर प्रयास आवश्यक होंगे।

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